संतोष पुजारी सिर पर चरण पादुका लेकर 11 सौ किलोमीटर की अयोध्या पैदल यात्रा पर निकले ।

 

संतोष पुजारी सिर पर चरण पादुका लेकर 11 सौ किलोमीटर की अयोध्या पैदल यात्रा पर निकले । 

शाहगढ़। धार जिले के लवारपे गांव से 21 जनवरी को चार भक्तों की अयोध्या के लिए 11 सौ किलोमीटर  दूरी की पदयात्रा शुरु हुई। चांदी से निर्मित भगवान राम की
चरण पादुका को वहीं अयोध्या में स्थापित किया जाएगा। चरण पादुका को माथे पर लेकर पैदल चल रहे संतोष पुजारी के साथ 80 साल के सबसे बुजुर्ग रूगनाथ सहित रिटायर्ड एसडीओ चंपालाल, कुमावत भी राम लला के दर्शन करने बहुत ही उत्साहित हैं। भगवान राम के प्रति लोगों के अलग-अलग अंदाज देखने को मिल रहे हैं,ऐसे ही 80 साल के राम भक्त हैं, जिनकी उम्र पर उनकी भक्ति भारी पड़ रही है,वे कड़कड़ाती ठंड में 11 सौ किलोमीटर की पैदल यात्रा कर इन्ही के साथ में अयोध्या जा रहे हैं, इतना ही नहीं रूगनाथ जी भारतीय संस्कृति की सिर पर टोपी कुर्ता धोती और पीठ पर सामान का बैग हाथों में लाठी भी लिए रहते हैं,उनका कहना है कि यह चरण पादुका हम लोग सभी जय श्री राम लला सरकार के दर्शन कर उनके चरणों में समर्पित करना चाहते हैं,दरअसल, धार जिले के लवारपे गांव में रहने वाले संतोष पुजारी,80 साल के भक्त रुगनाथ आदि सभी भक्त भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हैं,भगवान राम भोलेनाथ के आराध्य हैं और भोलेनाथ राम जी के आराध्य हैं,चरण पादुका लेकर शाहगढ़ हाइवे से गुजर रहे संतोष पुजारी ने बताया कि जब तक प्राण हैं, तब तक भी चलते रहेंगे, उन्हें ना तो यह ठंड रोक सकती है और ना ही यह शरीर रोक सकता है, क्योंकि वो तो हनुमान जी की कृपा से यह पैदल यात्रा कर रहे हैं, रोजाना 30 किलोमीटर चलते हैं, संतोष पुजारी के साथ पिता तुल्य 80 साल के रूगनाथ, रिटायर्ड एसडीओ चंपालाल, कुमावत भी यह पैदल यात्रा कर रहे हैं।

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